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धर्म के सिद्धांतों का प्रचार करते हुए वैशाख कृष्ण 2 को श्री सम्मेत शिखरजी तीर्थ (झारखण्ड) पर मोक्ष प्राप्त किया। प्रभु शीतलनाथ के पांचों कल्याणक शुभ पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में घटित हुएउनके यक्ष ब्रह्मा एवं यक्षिणी अशोका हैउनका लांछन श्रीवत्स है। काल प्रभाव एवं प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण यह कल्याणक …